तमन्ना शायरी | Tamanna Shayari In Urdu
Tamanna Shayari
तमन्ना जब किसी की नाकाम होती है
जिन्दगी उस की एक उदास शाम होती है
दिल के साथ दौलत ना हो जिस के पास मोहब्बत उस गरीब की निलाम होती
तमन्ना करने से ही पुरी होती है
हर तमन्ना दिल धडकने से ही पुरी होती है
हर सपना कोशिश करने से हर रह आसान हो जाती है
और आगे बढने से हर मन्ज़िल मिल जाती है
बेशक थोड़ा इंतजार मिला हमको
पर दुनिया का सबसे हसीं यार मिला हमको
न रही तमन्ना अब किसी जन्नत की
तेरी दोस्ती में वो प्यार मिला हमको
जिन्दगी जैसी तमन्ना थी
नहीं कुछ कम है
हर घड़ी होता है एहसास कहीं कुछ कम है.
तमन्नाओँ की भिड़ मेँ एक तमन्ना पुरी हो गई
ज़ीन्दगी से उम्मीद खत्म और मौत की आरज़ू पुरी हो गई.
तुम फिर आओ कि तमन्ना फिर से मचल जाये
तुम फिर आओ कि तमन्ना फिर से मचल जाये
तुम गले लगाओ फिर से कि हम सब कुछ भूल जाये.
तन्हाइयों के गम आँखो से बहे जाते हैं
कुछ बात, दर्द है जो यूँ जीए जाते हैं
बहुत है तमन्ना कि एक मुस्कान चेहरे पे खिले
मगर तेरी उम्मीद में हम उदास हुए जाते हैं
लब पे आती है दुआ बनके तमन्ना मेरी
ज़िन्दगी शम्मा की सूरत हो ख़ुदाया मेरी
दूर दुनिया का मेरे दम अन्धेरा हो जाये
हर जगह मेरे चमकने से उजाला हो जाये
New Tamanna Shayari
तमन्ना दिल की एक हसरत है पूरी हो जाए
तो इनसान खुश किस्मत है।
न पूरी हो तो गम न करना क्योकि
अधूरी रहना तो तमन्नाओ की फितरत है।
है तमन्ना फिर मुझे वो प्यार पाने की
दिल है पाक मेरा ना कोशिश कर आज़माने की
जब एतबार है तुझे मेरा और मुझे तेरी वफाई का
तो फिर क्यूँ करता है परबाह ये दिल ज़माने की.
आँसू में ना ढूढना हमें
दिल मैं हम बस जाएँगे
तमन्ना हो अगर मिलने की
तो बंद आँखों मैं नज़र आएँगे.
फिर से एक बार दिल में तेरा होने की तमन्ना है
तुम्हारे ही ख्यालों में खोने की तमन्ना है
मुद्दत से इन आँखों में तराविश नहीं झलकी
आकर फिर से रुला जाओ के फिर रोने की तमन्ना है
ये आरजू नहीं की किसी को भुलाए हम
ना तमन्ना की किसी को रुलाए हम
पर दुआ है रब से इतनी की
जिसको जितना याद करते है
उसको उतना याद आये हम
ना सलाम याद रखना
ना पैगाम याद रखना
छोटी सी तमन्ना है ऐ दोस्त मेरा नाम याद रखना
घायल किया जब अपनो ने
तो गैरो से क्या गिला करना
उठाये है खंजर जब अपनो ने
तो जिंदगी की तमन्ना क्या करना
जब मिलेगी कभी तो बुलाऊँगा उसे
दिल के जख्म भी दिखाऊँगा उसे
उसकी ये तमन्ना भी पूरी करूँगा मैं
जब आखिरी साँस आऐग
उसके बाद भूल जाऊँगा उसे
Best Tamanna Shayari In Urdu
कहते है ख़्वाबों में
होगी मुलाकात रात भर नींद ही ना आये तो क्या करू
दिल से दिल की दूरी नहीं होती काश कोई
मज़बूरी नहीं होती आपसे अबी मिलने की तमन्ना है
लेकिन हर तमन्ना पूरी नहीं होती
सरफ़रोशी की तमन्ना अब हमारे दिल में है
देखना है जोर कितना बाजु-ए-कातिल में है
एक से करता नहीं क्यों दूसरा कुछ बातचीत
देखता हूँ मैं जिसे वो चुप तेरी महफिल में है
तेरी आजादियाँ सदके सदके
मेरी बर्बादियाँ सदके सदके
मैं बर्बादे तमन्ना हूँ
मुझे बर्बाद रहने दो
किताबो के पन्ने पलट के सोचते है
यू पलट जाए ज़िंदगी तो क्या बात है
तमन्ना जो पूरी हो ख्वाबो मे
हक़ीकत बन जाए तो क्या बात है
ज़िंदगी बड़ी अजीब होती है
कभी हार कभी जीत होती है
तमन्ना रखो समंदर की गहराई छूने की
किनारों पे तो बस ज़िंदगी की शुरुवात होती है
दिल की तमन्ना शायरी
हम खोजते रहे मगर ठिकाना न मिला
लो आज फिर चली गई जिंदगी नजरो के सामने से
और उसे कोई रुकने का बहाना न मिला
ना खुशी ना कोई तमन्ना है
अब बस अपने ही साए के संग रहते हैं हम
कैसे कहें कैसे हैं हम बस यूँ समझ लो
आप खुश हैं तो खुश हैं हम.
यादो में न ढूंढो हमे
मन में हम बस जायेंगे
तमन्ना हो अगर मिलने की
तो हाथ रखो दिल पर
हम धड़कनों में मिल जायेंगे
पलकों में कैद रहने दो सपनो को
उन्हें तो हकीक़त में बदलना है
इन आँखों की तो एक ही तमन्ना है
की हर वक़्त आपको मुस्कुराते देखना है
लगे ना नज़र इस रिश्ते को ज़माने की
पड़े ना ज़रूरत कभी एक दूजे को मानने की
आप ना छोड़ना मेरा साथ वरना
तमन्ना ना रहेगी फिर दोस्त बनाने की.
खामोशियो में इज़हार ए दिल किजीये
तमन्ना हो गर कोई तो बयान किजीये
गुपचुप मुस्कुराके न तडपाईये
इश्क़ के नैनो से वार न किजीये.